https://amzn.to/2OzRXKT TECHNICAL : आईटीआई के बाद CTI करने का लाभ

Monday, April 15, 2019

आईटीआई के बाद CTI करने का लाभ

आईटीआई के बाद CTI करने का लाभ 

 यह सवाल युवा वर्ग के लिए बहुत अहम है। 10वीं कक्षा के बाद विद्यार्थियो के सामने यह यक्ष प्रश्न खड़ा हो जाता है कि वे कौन क्षे‍त्र में करियर बनाएं, जिसमें अच्छी संभावनाएं हों और साथ ही यह कम खर्चीला हो। अगर ऐसे विद्यार्थियों की रुचि मैकेनिकल क्षेत्र में है तो भारत सरकार द्वारा संचालित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) में इनके लिए बेहतर विकल्प हो साबित हो सकते हैं। 
इन संस्थानों में सरकार द्वारा कई मैकेनेकिल, इलेक्ट्रॉनिक, रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने वाले कोर्स संचालित किए जाते हैं। इन संस्थानों में 10वीं के बाद प्रवेश पाया जा सकता है। इन संस्थानों में मैकेनिकल क्षे‍त्र में ‍‍‍‍विद्यार्थियों को व्यवहारिक ज्ञान भी दिया जाता है। 

राज्य के हर जिले में की शाखाएं रहती हैं। इन संस्थाओं में प्रशिक्षण के बाद वार्षिक परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। प्रैक्टिकल टेस्ट भी होते हैं। आईटीआई में सरकार के नियमों के अनुसार प्रशिक्षणार्थियों के छात्रवृति की सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं। 
आईटीआई में प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों जैसी एनटीपीसी, भेल, में रोजगार के अवसर मिलते हैं, क्योंकि ये कंपनियां आईटीआई के साथ अनुबंध करती हैं। आईटीआई में कम्यूटर ऑपरेटर, इलेक्ट्रिकल, विद्युतकार, रेडियो, टीवी मैकेनिक, डीजल मैकेनिक जैसे कोर्स इनमें संचालित होते हैं।

नौकरी के लिए आवेदन करने के अलावा आप खुद का व्यवसाय भी शुरू कर सकते हैं। ट्रेनिंग लेने के बाद आपको अपने व्यावसाय से जुड़ी हर काम की समझ हासिल कर लेनी होगी। लेकिन अपनी पूंजी लगाकर व्यवसाय खड़ा करना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है। इसमें पूंजी डूबने की सम्भावना भी बनी रहती है। अगर आप यह खतरा उठा सकते हैं तो जरूर आपको इस क्षेत्र में कोशिश करनी चाहिए।
वेतनमान व्यवसाय और पद के अनुसार अलग-अलग है। लेकिन इस क्षेत्र में अनुभव के आधार पर वेतनमान बढ़ने की प्रबल सम्भावना होती है। इंजीनियरिंग ट्रेड में आपको आसानी से 3 लाख से 5 लाख वार्षिक वेतनमान पर नौकरी मिल सकती है और नॉन-इंजीनियरिंग ट्रेड में यह वेतनमान 2.5 लाख से 4.5 लाख तक होता है
  

No comments:

Post a Comment

thanks

जनरल नॉलेज के महत्वपूर्ण प्रश्न

जनरल नॉलेज के महत्वपूर्ण प्रश्न   स्वराज्य पार्टी की स्थपना किसने की थी ? - चितरंजन दास , मोतीलाल नेहरू   भारत में परमाणु कार्यक्रम क...